Monday, November 02, 2009

लिखना जरुरी है क्या ??

राम राम सायं ॥
ब्लोगिंग की दुनिया के बुजुर्गो को नमन ...
अब आप कहेंगे की पहले की पोस्ट में तो नमन नही किया इस बार क्या हुआ है !
तो हुआ ये की हमने ब्लॉग पे इक अकाउंट बना तो लिया पर बाद में पता चला की,
यार मैंने न तो कभी हिन्दी पढ़ी है और न ही मैं किसी भी प्रकार का लेखल हूँ॥
मैं तो एकदम फिसड्डी हूँ...
तब मुझे नियमित ब्लॉग लिखने वालो की महानता का ज्ञान हुआ है !

अब तक मैंने भले लोगो क ब्लॉग पे कमेन्ट लिखने का ही काम किया है...
एक दिन तो मैंने १ बहुत ही विख्यात ब्लॉग पे तुक्के से पहला कमेंट ड़ाल दिया और
मुझे इससे भी बड़ा अच्छा महसूस हुआ ।
और हाँ इसी दरम्यान मुझे ब्लॉग पे फोटू जोड़ने इत्यादि का भी थोड़ा ज्ञान हो गया है सो मैंने एक फोटू भी लगा दी है।

मैं तो इन्ही प्रकार के उक्चूक कार्यों में व्यस्त था की श्रीमान Ratan Singh Shekhawat ने मेरी पहली पोस्ट पे एक तमाचा मार दिया की अजी लिखना तो चालु कीजिये ।

अब मैं बड़ा घबराया हुआ हूँ की कहाँ से चालु करूँ और कहाँ ख़तम करूँ...
फ़िर सोचा की चालु तो कर देते हैं जहाँ पूरी तरह से थक जायेंगे वहीँ पोस्ट कर देंगे ।
पर मैंने भी अब ठान लिया है की कुछ न कुछ लिखते ही रहेंगे ।
क्योंकि सुना है की जिसको कुछ भी लिखना नही आता जब वो लिखता ही तो जनता चाहे मजाक में पढ़े या
नयेपन के चक्कर में पर पढ़ती जरूर है ।

धन्यवाद -
जीतू बगङिया

Tuesday, September 29, 2009

सुरूआत..

राम राम साय ....
अभी कोई २-३ साल ही शायद हुए हैं जब से ब्लॉग का सिस्टम चला है या हो सकता है की पुराना हो ,
पर मेरी नजर में तो ये उसी वक्त आया था ॥
सुनते और पढ़ते थे की "फलाना जी" ने अपने ब्लॉग में ' कुछ ' लिखा है...
हालाँकि मेरे यहाँ तक जो ब्लोगिंग की न्यूज़ आती हैं वो सामान्यतया अभिनेता , अभिनेत्री की होती हैं ...
एक श्रीमान दुसरे के बारे में कुछ भला बुरा कहते हैं तो दूसरा अपने वाले ब्लॉग में वापस आग उगलता है ...
अभी तक मेरी जानकारी में येही कुछ था॥
और हाँ मुझे १ बात जरूर सता रही है की वो श्रीमान तो काफ़ी "फेमस" हैं सो जनता उनके ब्लॉग तक पहुँच जाती है ,पर मुझ जैसे अज्ञात के ब्लॉग पर कौन अपनी नजर डालने में वक्त बर्बाद करेगा !!
इस मामले में मैं सोशल नेट्वर्किंग साइट्स से काफी प्रभावित हूँ जहाँ आप इधर उधर काफ़ी लोगो से जुड़ सकते हैं और अपनी बात कह भी सकते हैं ....
और हाँ मैं श्रीमान रामकुमार की कडवासरा को जरूर धन्यवाद दूंगा , जिनके माध्यम से मैं यहाँ इस ब्लोगिंग के माहोल में आया ...

Sunday, September 27, 2009

first step into blog world..

मुझे कुछ दिन पहले १ ब्लॉग का अवलोकन करना पड़ा...
और आज मुझे १ अकाउंट भी बनाना पड़ रहा है ..
समय के साथ आगे बढ़ना ही मनुष्य जीवन की रीत है और जरुरत भी ... धन्यवाद् !!